भोपाल:- कहते हैं लहरों से डरकर नैया पार नहीं होती और कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती,,,,, ऐसा ही कुछ मामला देवास जिले से लगभग 50 किलोमीटर दूर सोनकच्छ तहसील की नगर परिषद पीपलरावां में देखने को मिला जहां एक गरीब परिवार का बेटा जो कि बचपन से ही दोनो हाथ नही होने कें चलते विकलांग है पर उसने अपनी पढ़ाई को लेकर कभी हार नहीं मानी और हौसला रखते हुए आगे बढ़ता गया दरअसल पीपलरावां में रहने वाला आमीन पिता इकबाल खान उम्र 30 वर्ष जब जन्मा था तब से ही बगैर हाथ के ही दुनिया में आया था तब इसके माता पिता पर क्या गुजरी होगी वही परिवार जनों ने भी कई तरह की बाते की होगी जैसे जैसे इसकी उम्र बढ़ती गई होगी तो दुनिया से अलग होने के चलते कई चीजों की कमी महसूस की ऐसे लोगो को दुनिया दया की दृष्टि से देखती है व कई विकलांग इस विकलांगता के चलते कुछ नही कर पाते वही इसके उलट इस युवा ने कुछ बनने की बचपन से ही ठान ली थी जिसको चरितार्थ करते हुए बचपन से पढ़ाई में अपनी लगन व मेहनत दिखाई हाथ हो या ना हो जुनून हो तो कोई भी कुछ भी कर सकता है जिसके चलते बचपन से अपने पैरो से ही सभी काम जो हाथ से होते है वह भी पैरो से करने लगा पैरो से लिखना अपना दिनचर्या का काम करना, कंप्यूटर चलाना जैसे सभी महत्वपूर्ण काम ये खुद करने लगा और अब अपनी पहली ही कोशिश में इसने पटवारी की परीक्षा अपने कोटे में जिले में प्रथम आकर पास की है व देवास जिले सहित पीपलरावा का नाम भी रोशन किया है इसके पास होने की खबर जैसे ही नगर में लगी तो उन्हें बधाई देने वालो की भीड़ लग गई युवा ने कहा की मेरे माता पिता की दुआ व कड़ी मेहनत से मेने ये मुकाम हासिल किया है जिन लोगो को सभी सुविधाए मिल रही वे भी मेहनत करे तो सफलता जरूर हाथ लगेगी