भिण्ड:-अनुसूचित जाति कल्याण मोर्चा द्वारा संत शिरोमणि की यात्रा के आमंत्रण पत्र में वीरशिरोमणि महाराणा प्रताप चौराहे की जगह घोड़ा चौराह लिखने पर क्षत्रीय चेतना मंच भड़क गया और कल जब से ये आमंत्रण पत्र जारी हुआ तभी से सोशल मीडिया के माध्यम से ब्लॉक अध्यक्ष राजकुमार शर्मा उर्फ राजू मोल्या एवम पूर्व पार्षद हेमू त्रिपाठी द्वारा जमकर इसकी खुले शब्दो मे निंदा की गई और उसी तारतम्य में आज क्षत्रीय चेतना मंच के अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह राजावत हीरापुरा की अगुवाई में आज एसडीएम लहार एवम थाना लहार में मामला दर्ज करने हेतु आबेदन सौंपा गया और उसमे कहा गया कि वीरशिरोमणी महाराणा प्रताप की स्मृति के रूप में वर्ष 2003 में मुख्य सड़क मार्ग पर महाराणा प्रताप जी की ग्वालियर चम्बल संभाग की सबसे बढी प्रतिमा की स्थापना की गई थी जिसको महाराणा प्रताप चौराहा के नाम से जाना जाता है परन्तु आज दिनांक तक कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा महाराणा प्रताप चौराहा को घोड़ा चौराहा के नाम से संम्बोधित किया जा रहा है जिससे वीरशिरोमणि महाराणा प्रताप जी का अपमान हो रहा है एवं सर्वसमाज के व्यक्ति अपमानित महसूस कर रहे है संत शिरोमणि रविदास जी की समरसता यात्रा दिनांक 28.07.2023 व 29.07.2023 को सम्पूर्ण भिण्ड जिले में निकाली जा रही है जिसका आयोजन अनुसूचित जाति कल्याण विभाग द्वारा किया जा रहा है जिसमे समस्त जिलेवासियो को आमंत्रण पत्र भेजे गये है आमंत्रण पत्र पर दिनांक 29.07.2023 को चतुर्थ पडाव में स्थान लहार घोड़ा चौराहा नाम से सम्बोधित किया गया है जो कि बहुत ही अपमानजनक है इस प्रकार का कृत्य के जिम्मेदार अधिकारियो द्वारा किया गया है जो कि माफी योग्य नहीं है एवं आगामी समय में भी सूरत में महापुरूषो का अपमान सहन नही किया जायेगा अगर ऐसा हुआ तो इसके खिलाफ आंदोलन किया जायेगा आगे उंन्होने निवेदन किया कि सम्पूर्ण क्षेत्र में महाराणा प्रताप चौराहा के नाम से सम्बोधित करने हेतु नगर पालिका लहार को मुनादी कराने के लिए आदेशित किया जाये एवं संत शिरोमणि गुरुदेव रविदास जी की समरसता यात्रा के आयोजक एवं जिम्मेदार अधिकारियों पर वैधानिक कार्यवाही करने की कृपा करें एवम उक्त कार्यक्रम के आयोजक सार्वजनिक रूप से माफी मांगे ओर ऐसे कार्यक्रम पर रोक लगाई जाए इस मौके पर ज्ञापन देने बालों के शैलेन्द्र सिंह हीरापुरा,मोनू तोमर,अनिल सिंह,पुरुषोत्तम सिंह सुंदरपुरा,मानवेन्द्र सिंह,अनमोल सिंह,ज्ञानू चौहान,सौरव सिंह,अजय प्रताप सिंह कौरव,भोलू ठाकुर,रिशु परिहार,जितेंद्र सिंह,कल्लू सिंह गांध,कल्लू बन्थरी,भानु राजावत,पंकज सिंह,छोटू सिंह जगनपुरा,शिब्बू सिंह आदि सैकड़ो लोग प्रमुख रूप से मौजूद रहे