लहार –रविवार को विद्यालय में विदाई समारोह मनाया गया जिसमें विद्यालय की अंतिम कक्षा 8 में अध्ययन करने वाले छात्र/छात्राओं ने विद्यालय में बिताए गए क्षणों में अपने अपने अनुभव को शेयर किया इसी क्रम में मंच का संचालन निशा अग्रवाल ने किया एवम अतिथि के रूप में विद्यालय के मार्गदर्शक महेश महते, विद्यालय समिति के सचिव एडवोकेट सुमित महते एवम विद्यालय की संचालिका अनीता बड़ेलाल महते , विद्यालय के सलाहकार डॉक्टर गुलाब सिंह जी एवम विद्यालय की प्रधानाचार्या नेहा त्रिपाठी विशेष रूप से उपस्थित रहे विद्यालय समिति के सचिव एडवोकेट सुमित महते ने बताया कि हमारे जीवन में एक समय ऐसा आता है, जब हमें किसी को अलविदा कहना पड़ता है। लेकिन कई जगहों पर उस व्यक्ति को अलविदा कहने से पहले एक विदाई समारोह का आयोजन किया जाता है फेयरवेल अंग्रेज़ी के दो शब्द Fare + Well से मिलकर बना है। जिसमें Fare का अर्थ है सफ़र और well का अर्थ है अच्छा। यानि आपके आने वाली ज़िंदगी का सफ़र अच्छा और समृद्ध रहे। इसको हम साधारण भाषा में समझे तो, जब हमारा कोई करीबी या हमारे साथ काम करने वाला कोई सहकर्मी हमसे अलग होता है तब उसे शुभकामनाओं के साथ विदा करने को फेयरवेल या विदाई कहते है। विदाई समारोह से विदा होने वाले और विदा करने वाले दोनों के दिलो में एक-दूसरे के लिए सुनहरी यादे बन जाती है।
इसी क्रम में विद्यालय की संचालिका ने बताया कि किसी भी स्कूल की सबसे मूल्यवान संपत्ति उसके छात्र होते है। उनके बिना आध्यापक और स्कूल कुछ भी नहीं है। लेकिन एक अच्छे शिक्षक के बिना विद्यार्थी भी कुछ नहीं है। यह दोनों एक दूसरे के लिए बहुत महत्व रखते है। जैसे विद्यार्थी के बिना शिक्षक अधूरा होता है, उसी प्रकार शिक्षक के बिना विद्यार्थी अधूरा है विद्यालय के मार्गदर्शक महेश महते ने बताया कि हमारे स्कूल के विद्यार्थी अनुशासित, समय के पाबंद, संस्कारी और एक जिम्मेदार व्यक्ति है। उन्होंने स्कूल के लिए कई ऐसे काम किए, जिससे पूरे जिले में हमारे स्कूल का नाम रोशन हुआ है। यह सब मेरे प्यारे छात्रों और शिक्षकों के कठिन प्रयासों के कारण ही संभव हो पाया है अंत में विद्यालय की प्रधानाचार्या ने कहा कि मैं पूरे विद्यालय की ओर से आपको विदाई देती हूं और आपके भावी जीवन के लिए शुभकामनाएं देती हूं। मैं आप सभी के उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य की कामना करता हूं। भगवान आपका भला करे, और यदि आपको हमारे मार्गदर्शन और समर्थन की आवश्यकता हो तो हमारे पास वापस आने में कभी संकोच न करें।
विद्यालय के छात्रों ने संकल्प लिया कि अपने माता पिता का, गाँव व देश का नाम एवम अपने स्कूल का नाम कभी भी अपमानित नही होने देंगे।
अंत मे विद्यालय प्रवंधन ने सभी छात्रों को नम आंखों से विदाई दी और उनके उज्वल भविष्य की कामना की इस कार्यक्रम में विद्यालय के समस्त शिक्षकों के अलावा, प्रवंधन एवम 8 वी में अध्ययन कर रहे सभी छात्रों के अलावा पूर्व में भी अध्ययन कर चुके छात्र भी उपस्थित रहे
मैं पूरे विद्यालय की ओर से आपको विदाई देता हूं और आपके भावी जीवन के लिए शुभकामनाएं देता हूं। मैं आप सभी के उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य की कामना करता हूं। भगवान आपका भला करे, और यदि आपको हमारे मार्गदर्शन और समर्थन की आवश्यकता हो तो हमारे पास वापस आने में कभी संकोच न करें।