559.372 करोड के विकास कार्यो का लोकार्पण/भूमिपूजन करेंगे
भिण्ड:-कांग्रेस के 35 साल के गढ़ में सेंध लगाने के लिए भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह तैयार हो चुकी है इसी क्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 11 अगस्त 2023 भिण्ड की लहार तहसील में स्थित भाटनताल मैदान में लाड़ली बहना महिला सम्मेलन में सम्मिलित होंगे और जनदर्शन कार्यक्रम में सम्मिलित होकर जनता से संवाद भी करेंगे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लहार में लाड़ली बहना कार्यक्रम में 559.372 करोड के विकास कार्यो का लोकार्पण एवं भूमिपूजन करेंगे लहार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री 137.404 करोड राशि के 31 कार्यो का ई-लोकार्पण एवं 421.968 करोड राशि के 366 कार्यो के ई-भूमिपूजन करेंगे लहार में 367 कार्यो का 559.372 करोड का लोकार्पण एवं भूमिपूजन करेगे निर्धारित कार्यक्रम अनुसार शिवराज सिंह चौहान दोपहर 1.30 बजे भोपाल से प्लेन से प्रस्थान कर दोपहर 2.05 बजे ग्वालियर एयरपोर्ट आएंगे मुख्यमंत्री दोपहर 2.10 बजे ग्वालियर से हैलीकाप्टर द्वारा प्रस्थान कर दोपहर 2.35 बजे लहार पहुंचेगे लहार में कार्यक्रम उपरांत सायं 6.15 बजे लहार से हैलीकाप्टर द्वारा प्रस्थान कर सायं 6.40 बजे ग्वालियर पहुंचेगे इसके बाद सायं 6.45 बजे ग्वालियर से प्लेन द्वारा भोपाल के लिए रवाना होंगे
कांग्रेस का गढ़ माना जाता है लहार
भिंड जिले के लहार को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है क्योंकि यहां से मध्य प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह पिछले सात बार से लगातार जीत हासिल कर विधायक बनते चले आ रहे हैं अगर कहा जाए तो 35 साल से लगातार यहां पर केवल कांग्रेस विजय हासिल करती रही है वहीं इस जीत के बारे में जब भी कांग्रेस विधायक एवं नेता प्रतिपक्ष की डॉक्टर गोविंद सिंह से चर्चा की गई तो वह इस जीत का सारा श्रेय जनता को देते हैं
चुनावी साल में कैसे आ गई लहार की याद
माना जाता है कि इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं और चुनाव 20 साल होने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को लहार की याद आखिर कैसे आ गई क्योंकि कई बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नजदीकी रावतपुरा धाम पर आकर चले गए हैं लेकिन कभी लहार में कार्यकर्ताओं एवं आमजन से मुलाकात करने की जहनत नहीं उठाई है चुनावी साल में एकाएक करोड़ों रुपए की सौगात एवं मुख्यमंत्री का जन संवाद कार्यक्रम एक तरह से चुनावी एजेंडा माना जा रहा है
पहले गुटबाजी संभाले महाराज और मुख्यमंत्री जी
लहार में यदि कांग्रेस की जीत का सही आंकलन किया जाए तो यहां पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं में हमेशा गुटबाजी हावी रही है बात की जाए तो यहां से विधानसभा चुनाव के समय कई नेता दावेदारी पेश करते हैं लेकिन 5 साल उनके दर्शन नहीं होते हैं बताया जाता है कि लहार में विधानसभा चुनाव में जो प्रबल दावेदार रहते हैं उनमें रसाल सिंह,अम्बरीश शर्मा, रोमेश महंत, अशोक चौधरी, नंदराम बघेल आदि लोगों के नाम सामने आते रहते हैं लेकिन गुटबाजी के चलते हमेशा लहार से भारतीय जनता पार्टी को मुंहकी खानी पड़ती है शुक्रवार के कार्यक्रम में भी गुटबाजी देखने को मिली है?