भिण्ड:- म.प्र. जन अभियान परिषद (योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग म.प्र. शासन) विकासखंड रौन, द्वारा जनपद सभागार रौन में आचार्य शंकर की जन्म जयंती के उपलक्ष्य में एकात्म पर्व आचार्य शंकर जीवन दर्शन व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन श्री श्री 1008 राणानंद जी सरस्वती, श्री श्री 1008 रंजीतानंद जी सरस्वती,श्री श्री 1008 कुंजबिहारीदास जी महाराज, मंडल अध्यक्ष भाजपा अवधेश बघेल के मुख्य आतिथ्य एवं म.प्र. जन अभियान परिषद के ब्लॉक समन्वयक जयप्रकाश शर्मा के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ आचार्य शंकर एवं भारतमाता के छाया चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। जय प्रकाश शर्मा ने कहा शासन की मंशा अनुरूप आचार्य शंकर की जन्म जयंती पर उनके विचारों को नीचे तक ले जाने हेतु इस प्रकार के आयोजन किए जाते हैं, श्री शर्मा ने एकात्म पर्व का उद्देश्य एवं कार्यक्रम की रूपरेखा रखते हुए स्वागत भाषण पडा। नवांकुर संस्था से वी पी त्यागी ने कहा म. प्र. जन अभियान परिषद समाज को शासन के साथ जोड़ने के लिए कार्य कर रही हैं यह देश को आगे बढ़ाने के लिए सार्थक कदम है। इस प्रकार के कार्यक्रम से सामाजिक जीवन को दिशा मिलती हैं
मुख्य अतिथि की आसंदी से संत श्री 1008 राणानंद जी सरस्वती ने अपना उद्बोधन देते हुए कहा कि आचार्य शंकर ने भारत को अद्वैत वेदांत का दर्शन कराया है। आचार्य शंकर का जन्म आज से 788 वर्ष पूर्व हुआ। उन्होंने अपनी अल्प आयु सन्यास गृहण कर 32 वर्ष की आयु तक पूरे सनातन को एक सूत्र में बांधने के लिए भारत भ्रमण करके चार मठों की स्थापना की जिसने भारत को पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण जोड़ने का काम किया है। आज हमें भारतीय संस्कृति को पहचानें की आवश्यकता है। सिद्धबाबा मंदिर के संत श्री 1008 रंजीतानंद जी सरस्वती ने उनके जन्म जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मात्र 08 वर्ष की आयु में आदि गुरु शंकराचार्य जी ने सभी वेदों का प्राप्त कर लिया था। शंकराचार्य जी ने गोवर्धन पुरी मठ, श्री गिरी पीठ, शारदा मठ, ओर ज्योतिरणमठ की स्थापना की। बालाजी मंदिर के संत श्री 1008 कुंजबिहारीदास जी महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि समाज में धर्म का जागरण करते हुए शंकराचार्य जी के विचारों को आगे ले जाना है समाज में सामाजिक समरसता का भाव लाना हैं। अवधेश बघेल ने कहा जन अभियान परिषद अपनी प्रस्फुटन समितियां, एसडब्ल्यू एवं एमएसडब्ल्यू पाठ्यक्रम के द्वारा शासन कीजनकल्याणकारी योजना के साथ-साथ महापुरुषों के विचारों को भी नीचे तक ले जाने का काम कर रहा हैं। इस प्रकार के आयोजन से ग्रामीण जनों में निश्चित ही जागृति आएगी। कार्यक्रम का संचालन प्रेम नारायण बरुआ और आभार प्रदर्शन डॉ.शिवेंद्र सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर नरेश त्यागी, वी पी त्यागी, अनिल बोहरे, निशा राजावत, मनोज शर्मा, प्रमोद तिवारी, रामबीर राजावत, नरेंद्र सिंह, राय सिंह, अमित गोस्वामी, शर्मिला शर्मा, शिवराम सिरोटिया सहित प्रस्फुटन समिति, नवांकुर संस्था, मेंटर्स एवं सीएमसीएलडीपी छात्र-छात्राओं सहित लगभग एक सैकड़ा लोगो की भागीदारी रही