लहार क्षेत्र के ग्राम बरहा में पहलवान उपाध्याय दाउ परिवार के सानिध्य में चल रहे आयोजित रामचरित मानस सम्मेलन के दूसरे दिवस जिसमे मंच संचालक ईश्वर दयाल मिश्रा ने किया इस मौके पर कथा ब्यास पण्डित स्वामी शशिभूषण दास जी महाराज ने कहा कि कलयुग में जितना ज्यादा हो सके धर्म के साथ साथ भगवान का भजन करना चाहिए क्यों की धर्म के प्रभाव से पाप नही ठहरता है उंन्होने कहां जहां रामचरित मानस का पाठ होता है वहां स्वम् हनुमानजी महाराज का वास होता है कलयुग में राम के नाम बिना हमारा घर व् आंगन सूना होता है राम के नाम के बिना सब जग सूना मन्दिर सूना इस युग में ईश्वर के प्रति आस्था का कोई पुजारी आकर ज्योति जलाए और कोई राम से मोय मिलाये यह मानव का शरीर में घर प्रभू का है इसलिए इस मानव रुपी घर में ईश्वर को समाहित करो तभी ब्यक्ति का कल्याण होगा,ईश्वर इस संसार में सभी ब्याधियो से छुटकारा दिलाता है।
जिस क्षेत्र में रामचरित मानस का गान होता है वहां कभी अमंगल नही होता -मानस मंजरी सोनम देवी
रामचरितमानस की कथा के दूसरे दिन परम पूज्य दतिया पीतांबरा पीठ से पधारी मानस मंजरी सोनम देवी जी ने कहा कि जिस क्षेत्र में रामचरित मानस गान होता है वहाँ कभी अमंगल नही हो सकता क्योंकि जहां रामचरित मानस गान होता है वहां हनुमानजी महाराज निबास करते है और जहां हनुमानजी महाराज रहते है वहां अमंगल कभी हो ही नही सकता
संकट ते हनुमान छुड़ाबे-पूज्य रमेश दास जी महाराज
पूज्य महाराज जी ने कहा कि हनुमान जी ही कृपा से सुग्रीव जी भगवान राम जी से मिल पाए थे उंन्होने का जिसपर शनि की बक्र दृष्टि हो बो हनुमानजी की शरण मे जाये उसका शनि कुछ नही बिगाड़ सकते आगे उंन्होने कहा पुत्र प्रेम,पत्नीप्रेम,परिवारप्रेम है सबसे बड़ा प्रेम है राष्ट्रप्रेम अगर राष्ट्रप्रेम सुरक्षित है तो सभी प्रेम बने रहेंगे।।
बिना भगवन के भजन के बिना किसी जीव का कल्याण होने वाला नहीं है यह ब्याख्यान पूज्य महाराज रमेश दास जी महाराज ने कही आगे उन्होंने कहा आग जिस लकड़ी मई लगती है पहले उसी को जलती है क्रोध जो करता है प्रथम उसी को जलन पड़ता है इस मौके पर परिवार के मुखिया श्री पहलवान उपाध्याय दाऊ ने सभी भक्तों से निबेदन किया कि अधिक से अधिक संख्या में कथा में पहुँचकर कथा रसपान कर अपने जीवन को सफल बनायें