भिण्ड :-हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी विद्यालय में राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त जी की 137 वी जयंती छात्रों एवं शिक्षकों के साथ मिलकर मनाई गई इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन के अलावा विद्यालय प्राचार्य एवं समस्त शिक्षक शिक्षिकाएं और विद्यालय में अध्ययन कर रहे छात्र छात्राएं उपस्थित रहे सर्वप्रथम गुप्त जी के चित्र पर माल्यार्पण किया गया जिसमे विद्यालय समिति के सचिव सुमित त्रिपाठी, संचालिका अनीता बड़ेलाल महते एवम प्राचार्या नेहा त्रिपाठी आदि में रोरी चंदन लगाकर पूजन अर्चन किया । इसके पश्चात विद्यालय के समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं एवं छात्र छात्राओं ने चित्र पर पुष्प अर्पित किए और उनको याद किया उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुये विद्यालय की शिक्षाकाओ में निशा अग्रवाल के द्रारा बताया गया कि मैथिलीशरण गुप्त का जन्म 3 अगस्त 1886 में पिता श्री सेठ रामचरण कनकने और माता काशी बाई की तीसरी संतान के रूप में उत्तर प्रदेश में झांसी के पास चिरगांव में हुआ
इसी क्रम में विद्यालय की संचालिका अनीता महते में बताया जब इन्होंने साकेत तथा पंचवटी आदि ग्रन्थ सन् 1931 में पूर्ण किये उसी समय वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के निकट सम्पर्क में आये। गांधी जी ने उन्हें “राष्टकवि” की संज्ञा प्रदान की थी इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षाकाओ में कामनी भदौरिया, मिनी त्रिपाठी, आरती शुक्ला, रानी गुप्ता, राखी गुप्ता, कीर्ति गुप्ता, प्रीति कुशवाह, प्रिया राजावत , मोहनी राजावत, लक्ष्मी, सपना शर्मा, राखी शिवहरे, शिवानी सिंह, , अंगद सिंह, विकाश शिवहरे, भूपेंद्र सिंह, सर्वेश आदि शिक्षक उपस्थित रहे